पैग दो पैग से न बहकाओ मुझे
आज शराब से नहलाओ मुझे
मैं पीना तभी समझूंगा मासूम
होश में ला-लाके पिलाओ मुझे
- मुकेश मासूम
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तुझको अहले वफ़ा समझा था सारे जमाने से जुदा समझा था तू भी बेवफा निकला मासूम तुझे तो हमने खुदा समझा था
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