नशे की लाइफ बड़ी बेरहम होती है
दर्द और रुसवाइयों का संगम होती है
ये हम नहीं डॉक्टर कहते हैं मासूम
१ सिगरेट से ५ मिनट की जिन्दगी कम होती है
- मुकेश मासूम
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तुझको अहले वफ़ा समझा था सारे जमाने से जुदा समझा था तू भी बेवफा निकला मासूम तुझे तो हमने खुदा समझा था
3 comments:
चलये हम और आप मिलके इस बुराई को दूर करें ...कैसे ???? सारा ज़हर खुद ही पी लें ..ताकि किसी दुसरे की ज़िन्दगी के पांच मिनट कम ना हों ???
महोदय ,
अस्क मुझे लगता है परछाई को कहते है , और जब आखों से ठीक से न दिखे , उसे धुंधला दिखना कहते है , धुंधला सा अस्क का तात्पर्य ....जिसकी परछाई भी साफ़ न हो , हो सकता है
आप को आज़ादी की शुभकामनाएं ...
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